पुस्तक: काव्य सिद्धांत


पुस्तक : काव्य-सिद्धांत
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भारतीय एवं पाश्चात्य साहित्य में प्राचीन काल से काव्यशास्त्रीय मीमांसा अपार निधि के रूप में विद्यमान रही है। साहित्य रचना के प्रतिमान निर्माण में मानकता का पैमाना परिष्कृत रूप से प्रत्येक कालखंड में सामने आता रहा है, परिणाम स्वरूप मौलिक मतों का जन्म हुआ और नवीन साहित्यिक समीक्षाओं के आधार पर बिंदु भी तय हुए। काव्य सिद्धांतों का अभिनव स्वरूप आलोचना के क्षेत्र में व्यापक रूप में गतिमान है।

भारतीय काव्य सिद्धांतों का उत्स संस्कृत भाषा में प्रस्तुत काव्य शास्त्रीय ग्रंथ हैं जहाँ काव्य की परिभाषा, भेद, अंग, हेतु, प्रयोजन के साथ काव्यात्मा की विशेष चर्चा हुई। इसका प्रतिफल यह हुआ कि रस, अलंकार, ध्वनि, रीति, वक्रोक्ति एवं औचित्य जैसे काव्य सिद्धांत वर्तमान में भी समीचीन प्रतीत होते हैं। इसी प्रकार पश्चिमी परंपरा में भी कला विषयक अनेक मान्यताओं, वादों, अवधारणाओं आदि का जन्म हुआ, जिससे वैश्विक साहित्य प्रभावित हुआ।

समकालीन साहित्य समालोचना में जहाँ भारतीय काव्यशास्त्रीय सिद्धांतों का मूल आधार है, वहीं पाश्चात्य काव्यशास्त्रीय मान्यताओं का भी पूरा प्रभाव है। युगीन अपेक्षाओं ने नए विमर्श खड़े किए तो कतिपय अवधारणाओं ने साहित्य के लेखन को प्रासंगिक दिशा भी दी।इस तरह आलोचना का क्षेत्र भी समृद्ध हुआ।

प्रस्तुत पुस्तक में भारतीय एवं पाश्चात्य काव्य सिद्धांतों के मूलभूत विचारों को सरलतम ढंग से प्रस्तुत किए जाने का विनम्र प्रयास है। विश्वविद्यालय स्तरीय पाठ्य सामग्री एवं लोकसेवा आयोग द्वारा जारी पाठ्यक्रम को केंद्र में रखकर उक्त पुस्तक को प्रस्तुत किया गया है। उक्त लेखन में अनेक सहायक ग्रंथों का अध्ययन का निकष है, अतः विद्यार्थियों के लिए नवीन प्रस्थान बिंदु भी निर्मित होंगे, ऐसा विचार है।

यह पुस्तक स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थियों, प्रतियोगी परीक्षार्थियों, शोधार्थियों एवं शिक्षकों के लिए विशेष उपयोगी है। इसमें विषय सामग्री का सरलतम शब्दावली में विवेचन, पर्याप्त उदाहरण एवं अभ्यास प्रश्नों के साथ प्रस्तुतीकरण है। पुस्तक के अंत में पारिभाषिक शब्द एवं स्मरणीय तथ्य भी तत्काल जिज्ञासा पूर्ति में सहायक है। संदर्भ ग्रंथ लेखकों का आभार प्रकट करते हुए चाणक्य प्रकाशन, जयपुर का विशेष धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ, जिन्होंने एक उपयोगी पुस्तक का प्रकाशन किया। 


@ डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंघवी
पुस्तक: काव्य-सिद्धांत
प्रकाशक: चाणक्य प्रकाशन, जयपुर।
आमंत्रण मूल्य: ₹ 195.00
संपर्क: 9079692820

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